स्थानांतरण के कारण विभाग अनुसार दर्शाये जाते है मगर स्थानांतरण के पीछे बहुत सी कहानी उलझी दिखाई जाती है। लालच लोभ मोह माया में उलझे अधिकारी और नेता अपनी रोटियां सेंकने के लिए स्थानांतरण का खेल खेलते हैं।
झाबुआ ज़िले में अगर सहकारिता विभाग की बात की जाये तो बीते माह तानाशाह प्रवृत्ति के अधिकारी का ट्रांसफर कर दिया गया था और ज़िले के लिए एक महिला अधिकारी को भेज दिया गया था लेकिन स्थानांतरण हुए दोनों अधिकारी अपनी जमी जमाई कुर्सी छोड़ना नहीं चाहते थे।
शासन के निर्देशानुसार वो कुर्सी छोड़नी पड़ी और उखड़े मन से दोनों अधिकारियों ने ज़िले में बेमन से काम किया। इस बीच दोनों अधिकारी अपने अपने वलन के नेता से लगाकर संपर्क मे रहे कि अधिकारियों को अपनी जमी जमाई ज़िले की कुर्सी वापस मिल जाये मगर यह हो न सका, फिर इसी बीच दो अधिकारियों के द्वंद का दृश्य ही दर्शनार्थ हुआ। दूसरे ज़िले की कुर्सी पर बैठे अधिकारी के पास मौखिक आदेश था, तो दूसरे अधिकारी के पास लिखित में आदेश। माया का मोह और लोभ लालच का कि, ज़िले के एक अधिकारी कार्यालय में... दो अधिकारियों का समावेश था। दोनों अधिकारियों के मंत्री प्रबल एवं दोनों अधिकारियों की ज़िद भी प्रबल और फिर सरकार के नियम भी प्रबल।
हालांकि तबादले के बाद से जिला झाबुआ सहकारिता विभाग में पद अभी तक प्रभार पर ही है। और रही बात दो अधिकारियों के अंतर द्वन्द की तो यहां किसी का सिक्का नहिं चला।
बहरहाल जिद से जकड़े लोग जन मानस के हृदय, विचार, आचार से दूर रहते है। वे कभी भी समावित नहीं होते। उसी प्रकार ये अधिकारी भी अपने अपने कर्मचारियो के मन से पृथक हो चुके है।
राज सोलंकी | प्रधान संपादक | 9425033133 |
जितेंद्र सिंह सिसोदिया | सह संपादक | 9827735800 |
पवन | प्रबंध संपादक | 9826695898 |